पीएम मोदी ने कौन सी वैक्सीन लगवाई कोविशिल्ड या कोवैक्सीन

Which vaccine did PM Modi get? Covishield or Covaxin?

मुक्तिदूत/Muktiddot | हाल ही में कोरोना महामारी के दौरान लोगों को लगाई गयी कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है | ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ने यूके कोर्ट में इस बात को कबूला है कि उनके डरा निर्मित वैक्सीन से हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक व प्लेटलेट्स गिरने का खतरा हो सकता है | इस वैक्सीन को संसारभर में कोविशील्ड व वैक्सजेवरिया ब्रांड के नाम से बेचा गया था | इस खबर से दुनियाभर के लोग, जिन्होंने इस वैक्सीन को लगवाया था, भयभीत हो उठे है |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 1 मार्च, 2021 को कोरोना वैक्सीन की पहले डोज लगवाई थी | पीएम मोदी ने कोविशील्ड का टिका नहीं लगवाया था बल्कि, मोदी ने स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (CoVaxin) का टीका लगवाया था | कोरोना वैक्सीन लगवाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर भी शेयर की थी | प्रधानमंत्री को वैक्सीन लगाने वाली नर्सों ने जानकारी दी थी कि पीएम मोदी ने भारतीय व भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन का पहला टीका लिया था इसके पश्चात मोदी ने अप्रैल माह में कोवैक्सीन का दूसरा टीका लगा था |

TTS (थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम) क्या है ?

हाल ही में कोविड वैक्सीन कोविशिल्ड बनाने वाली फार्मास्युटिकल दिग्गज एस्ट्राजेनेका ने कबूला है कि उसकी वैक्सीन टीटीएस (TTS) की वजह बन सकती है | टीटीएस यानी थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम थ्रोम्बोसिस (खून के थक्के) तथा थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (कम प्लेटलेट काउंट) की वजह बनता है | इसे वीटीटी (VITT) भी कहते है, जिसका अर्थ होता है ‘वैक्सीन-प्रेरित प्रतिरक्षा थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया’ | खून की नसों में निर्मित होने वाला रक्त का थक्का थ्रोम्बोसिस की वजह बन सकता है, जिससे प्रभावित होने पर रक्त की नसों में खून का प्रवाह कम हो सकता है | थ्रोम्बोसाइटोपेनिया व्यक्ति के शरीर में रक्त के प्लेटलेट काउंट कम होने पर होता है | अधिकतर , प्लेटलेट्स अत्यधिक रक्तस्राव को रोकने के लिए रक्त को जमने की क्षमता में मदद करते हैं |